Friday, July 22, 2011

सृष्टि कार्य

गरीब ह्रदयरोगी बच्चो के ऑपरेशन
राष्ट्रीय औसत के अनुसार प्रत्येक एक हज़ार बच्चो मे से सात बच्चे ह्रदय रोग से पीड़ित होते है और जिनमे से केवल चार बच्चो के अभिभावक ही उनका ऑपरेशन करवा पातें है. अन्य तीन बच्चे पैसे की कमी के कारण ऑपरेशन नहीं करवा पाते और एक लाचार जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाते है .सृष्टि फाउंडेशन ने समाज कि इसी कमज़ोर कड़ी को मज़बूत बनाने का बीड़ा उठाया है. हम लोग अपने सवा साल के कार्यकाल मे गीतिका और सुमित नाम के दो बच्चो का सफल ऑपरेशन दिल्ली के प्रसिद्ध हस्पतालो मे करवा चुके है, अगस्त 2011 मे मंदीप नाम के बच्चे का ऑपरेशन करवाने का लक्ष्य रखा गया है इस ऑपरेशन में साढ़े चार लाख रूपए का खर्चा होना है हम आप सब लोगो से इस नेक काम मे आर्थिक सहयोग का नम्र निवेदन करते है.
आप चाहे तो आप पैसे सिंडिकेट बैंक के अकाउंट नंबर 201/8153 मे भी जमाँ करवा सकते है . हमारी संस्था भारत सरकार ऐवम  यूनिसेफ से रजिस्टर्ड संस्था है. प्रत्येक पैसे को सिर्फ बच्चो के ऑपरेशन में ही खर्च किया जाता है
आपका दिया दान किसी को जीवन देगा
धन्यवाद 

गति                              शांति                            प्रगति
सृष्टि को सहारा                                            एक हाथ हमारा
           सृष्टि फाउंडेशन(रजि.)
       यह समाजसेवी संस्था कुछ आधारभूत नियमों तथा उद्देश्यों को लेकर बनायीं गयी थी| इस संस्था का जन्म २३मार्च २००७ को कुछ लोगो की समाजसेवा के ज़ज्बे को एक मूर्त रूप देने के लिए हुआ| शुरू मे इस संस्था में डॉ.विवेक सिंगला,श्रीमती सुनीता मालिक,अनिल सिंघल,वीरेन्द्र गोयल तथा श्रीमती रेनू गोयल ही थे| पर जैसे जैसे ये राही आगे बढे लोग जुड़ते गए कारवां बनता गया|
संस्था के उद्देश्य
१.      पर्यावरण की देखभाल
२.      मानव सेवा
३.      समाज सुधार
संस्था के नियम
१.      संस्था में दो तरह की सदस्यता दी जाती है वार्षिक एवं आजीवन
२.      वार्षिक सदस्यता का शुल्क कार्यकारिणी द्वारा निश्चित किया जाता है और आजीवन शुल्क वार्षिक शुल्क का दस गुना है|
३.      मुख्य सलाहकार,संयोजक,अध्यक्ष,कोषाध्यक्ष उपाध्यक्ष, सचिव, सहसचिव, प्रोजेक्ट प्रमुख,महिलाध्यक्ष,युवाध्यक्ष आदि कार्यकारिणी के सदस्य होते है
४.       कार्यकारिणी द्वारा लिए गए निर्णय को अध्यक्ष द्वारा स्वीकृत करने के बाद ही वह लागू माना जाता है|
५.      संयोजक का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है
६.      एक बार अध्यक्ष चुना गया व्यक्ति दोबारा अध्यक्ष नहीं बन सकता
७.      कार्यकारिणी का निर्णय अंतिम व् सर्व मान्य होगा
८.      अध्यक्ष या कार्यकारिणी सदस्य या आम सदस्य के संस्थाविरुद्ध कार्य करने पर मुख्य सलाहकार,अध्यक्ष,संयोजक तथा कोषाध्यक्ष, सचिव, महिलाध्यक्ष,युवाध्यक्ष की समिति बहुमत से उसे निकलने का निर्णय ले सकती है
९.      बैठक के अंत मे सच्चाई का क्षण का आयोजन होगा जिसमे  आपसी गिले शिकवे दूर किये जायेंगे
संस्था द्वारा किये गए कुछ प्रमुख कार्य
 
  

सृष्टि -------------- एक परिचय

एक ऐसी संस्था जिसकी सोच अलग  और तरीका अलग